20 Apr 2013

ग्रहणोक्त-तंत्र रक्षा कवच


२५ तारीख को ग्रहण है और येसे मुहूर्त पे सिद्ध किया गया कोई भी कवच कई ज्यादा गुना फलदायक होता है,इस कवच से तंत्र-मंत्र-यंत्र-मूठ-टोना टोटके से रक्षा होती है,सबसे सस्ता और प्रभावशाली प्रयोग है,येसा हो ही नहीं सकता के आपके गले मे तंत्र रक्षा कवच हो और आप पे कोई तंत्र प्रयोग करदे,इस कवच से बुरी नजर दोष से भी बचा जा सकता है,यह अचूक एवं प्रभावशाली प्रयोग है,कई लोगो ने इसका लाभ उठाया आप भी उठाइये॰
साधना सामग्री:- तांबे की पेटी,७ पपीते के बीज,२ काले तिल,चमेली का तेल
साधना विधि:- तांबे के पेटी मे ७ पपीते के बीज-२ काले तिल भर दीजिये और पेटी का मुह बंद कर दीजिये,सामने सदगुरुजी का चित्रा होना आवश्यक है और चमेली का दीपक प्रज्वलित कर दीजिये गुरुमंत्र का जाप करे,अब इस कवच को दहिने हाथ मे रखकर मुट्टी बांध लीजिये और निम्न मंत्र का १०८ बार जाप बिना किसी माला के कीजिये,२-३ कवच बनाना चाहते हो तो एक साथ सभी कवच दिये गये विधि के नुसार सिद्ध कीजिये सिर्फ फरक इतना है हर एक कवच के लिए १०८ बार जाप आवश्यक है॰


मंत्र-


ॐ जयंती मंगला काली,भद्रकाली कपालिनी ।
  दुर्गा क्षमा शिवा धात्री,स्वाहा स्वधा नमोस्तुते ।।


माँ भगवती आपका कल्याण करे,साधना समाप्ती के बाद रक्षा कवच को लाल धागे मे गले मे धारण करले॰



(कोई भी अनुभूतिया पोस्ट ना करे नहीं तो आपका और सदगुरुजी प्रदत्व साधना ओ का मज़ाक बनाया जायेगा,साधना के पोस्ट के नीचे कोई भी कृपया लाइक & कमेंट भी ना करे नहीं तो लोग आपको भी विद्रोही मानते हुये आपसे बात करना बंद कर देगे,इसीमे आपकी भलाई है..............)

श्री-सदगुरुजी-चरनार्पणमस्तू...................