20 Mar 2018

बाबा अघोरी साधना



आप सभी को मैं एक बाबा अघोरी की साधना दे रहा हूं, बाबा अघोरी वह है जो "जूनागढ़ में अघोरियों के बाबा कहलाते हैं" । जैसे हमने सुना है देवाधिदेव महादेव वैसे ही अघोरियों के अघोरी जिनका नाम बाबा अघोरी है , बाबा अघोरी वहा एक शक्ति के पुत्र माने जाते हैं और काल भैरव के भक्त माने जाते हैं,जो किसी भी हाल में अपने भक्तों पर अन्याय नहीं होने देते और जब भी उनके भक्तों पर अन्याय होता है तो वह अपना सोटा निकालते हैं,सोटा मतलब चाबुक (हंटर) और जब यह सोटा किसी पर पड़ता है तो अच्छे-अच्छे टूट जाते हैं सुधर जाते हैं,आज के समय में बहुत ऐसे लोग हैं जो तांत्रिक क्रियाओं की वजह से तांत्रिक बाधाओं की वजह से परेशान हैं और आज कल के कुछ बेकार तांत्रिक लोग कुछ पैसों के लिए किसी का भी बुरा कर देते हैं । हम हमारे जीवन में क्या-क्या संभाल सकते हैं? घर संभाले? परिवार को संभाले? या इन तांत्रिकों से लड़े? या दुनिया से लडे? जीवन बड़ा व्यस्त होता है और ऐसे समय में हमें ऐसे शक्ति की आवश्यकता है,जो हमारे जीवन में हमारे शत्रुओं से लड़ सके क्योंकि हमारे बहुत सारे ऐसे शत्रु होते हैं जिन्हें हम नहीं समझ पाते हैं,जिन्हें हम नहीं जान सकते हैं और जिन शत्रु को हम नहीं जान सकते हैं जिनको हम देख नहीं सकते हैं , तो ऐसे शत्रु को निपटने के लिए बाबा अघोरी साधना अत्यंत आवश्यक है । ऐसा साधना प्राप्त होना ही एक अद्वितीय बात है,जीवन में जब भी कुछ बनने की इच्छा रखो तो अद्वितीय बनने की इच्छा रखो । जितने भी आपके शत्रु है उन पर ऐसे वार करो कि उनकी अकल ठिकाने आ जाए । जिस दिन उनकी अकल ठिकाने आ जाएगी तो वह आपको बिना किसी वजह के परेशान करना छोड़ देंगे परंतु एक बात मैं बताना चाहूंगा बाबा अघोरी उसी को दंड देते हैं जो आपको बिना वजह से परेशान कर रहा है और आप किसी अच्छे इंसान को बिना वजह से परेशान करना चाहते हो तो गलती से भी बाबा अघोरी से मदत नही माँगे,नहीं तो लेने के देने पड़ जाएंगे । आप पर अन्याय हो रहा है और आप अन्याय से लड़ने के लिए तत्पर नहीं है,तो ऐसे ही समय पर बाबा अघोरी की साधना के माध्यम से आपको अपने शत्रुओं से लड़ना चाहिए। जीवन में सभी तो जी रहें और एक समय आएगा सभी की मृत्यु भी हो जाएगी परंतु अन्याय से डरना यह जिंदगी जीते हुए मृत्यु के समान होता है और ऐसा जीवन किस काम का कि हमारे शत्रु हम पर बुरी क्रियाये कर रहे हैं और हम उन क्रियाओं से निपटने के लिए कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं । हमें हमारे शत्रु को सबक सिखाना चाहिए हमें अन्याय से लढना चाहिए, हमारे देश में जितने भी महान बने हैं या जितने भी संत महात्मा ऋषि-मुनि आए हैं,उन सभी ने हमें अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए पुकार लगाइ,वह हर बार हमें समझाते हैं कि अन्याय के खिलाफ लड़ो । इसी अन्याय के खिलाफ ही एक बहुत बड़ा युद्ध हुआ था,युद्ध का नाम है महाभारत और हमे कोई महाभारत तो नहीं करना है परंतु हमें हमारे शत्रु को हमें परेशान करने से भी रोकना है और इसके लिए हमें बाबा अघोरी से सहायता प्राप्त करनी है । यह साधना किसी भी कृष्ण पक्ष की अष्टमी से प्रारंभ कर सकते हैं। 


साधना 11 दिन की है , दक्षिण दिशा में मुख होना चाहिए,साधना रात्रि में 9 बजे के बाद करना है, काला आसन होना चाहिए , काले वस्त्र पहनना आवश्यक है , सिर के बाल काले वस्त्र से छुपाने हैं, जैसे हम गुरुद्वारे में जाते हैं तो हम सर पर जैसे बांधते हैं उसी तरह से बांधना है । अगर कोई महिला साधना कर रही है तो उन्हें भी काली साड़ी पहननी पड़ेगी । सामने सरसों के तेल का दीपक जलाना है , दीपक मिट्टी होना चाहिए, दीपक की ओर देखते हुए ही यह मंत्र का जाप करना है । साधना में आपको ढेर सारे अनुभव हो सकते हैं , दीपक की लौ में बाबा अघोरी का दर्शन देना भी एक अनुभव हो सकता है , बाबा जी के कृपा से आपको जीवन में धन धान्य ऐश्वर्य सुख समृद्धि मिल सकती है,हो सकता है कि आपको प्रत्यक्ष दर्शन दें और पूछें बेटा बोलो आपकी क्या कामनाएं है? आप क्या चाहते हो? ऐसे वक्त आपको आपकी कामना बोलनी है । एक काम कीजिए कि जैसे बाबा जी का दर्शन हो तो अपनी तुच्छ इच्छाओं को मत मांगे ।


मंत्र:-
।। अघोरीयो का अघोरी बाबा अघोरी,कालभैरव का भगत  दिखाओ रे अपना सोटा,जहा-जहा तेरा सोटा पड़े वहां-वहां मेरा दुश्मन टूटे,दुश्मन मेरा कौन तू ही जाने,ना जाने तो कैसा  अघोरीयो का बाबा अघोरी कहलाए ।।



साधना में बाबा अघोरी को सात्विक भोग चढ़ाए, वैसे इनको तामसिक भोग चढ़ाया जाता है परंतु यह जरूरी नही है । आप चाहे तो पाँच प्रकार का मिठाई चढ़ा सकते है,चढ़ाया हुआ भोग दूसरे दिन बच्चो में बाट दे और भोग रोज 11 दिनों तक चढ़ाना है । मंत्र जाप रुद्राक्ष माला से ही करे,नित्य कम से कम 3 माला जाप रोज करे । साधना के 11 दिन के समय मे नित्य शिव मंदिर दर्शन हेतु जाना जरूरी है और शिव जी से नित्य साधना सफलता हेतु प्रार्थना अवश्य करे ।


इस साधना को वर्ष में दो-तीन बार अवश्य किया करे ताकि आपके जीवन मे शत्रु बाधा ना रहे और आप बाबा की कृपा से जीवन मे उन्नति करते रहे,साधना से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नही होता है इसलिए दिमाग से डर को निकाल भगाए ।



आदेश.......